हर इंसान के अपने जीवन में कुछ ना कुछ सपने होते हैं, हर इंसान की सोच अलग होने के कारण सपने भी अलग होते हैं, इंसान अपने सपने में कोई बिजनेसमैन बनना चाहता है तो कोई एक्टर, कोई छोटे सपने देखता है तो कोई बड़े,
इंसान पूरी जिंदगी भर अपने सपनों के पीछे भागता रहते हैं, लेकिन इनमें से भी कुछ लोगों के सपने पूरे हो जाते हैं कुछ लोगों के अधूरे रह जाते हैं|
सपने उन लोगों के पूरे नहीं होते जो अपने दिमाग में ख्याली पुल बनाकर सोचते रहते हैं, सपने उन्हीं लोगों के पूरे होते हैं जो देखते हैं और देखने के बाद में उनको पूरा करने में लग जाते हैं|
Goal लिखने वाले लोगो में और गोल नहीं लिखने वाले लोगो में क्या फर्क है?
एक रिसर्च किया गया और उस रिसर्च में 50 लोगों की लाइफ पर ध्यान दिया गया, जिनमें से केबल 20 लोगों ने अपना गोल लिखा बाकी के 30 लोगों ने अपना गोल नही लिखा |
लेकिन कुछ दिनों के बाद पाया कि जिन लोगों ने अपना गोल नहीं लिखा, उन लोगों की जिंदगी में कुछ खास सफलता नहीं दिखी,
लेकिन जिन लोगों ने अपने गोल को लिखा उन लोगों की जिंदगी में कुछ अलग ही हुआ, वे अपनी जिंदगी के हर रास्ते पर सफल होते चले गए |
Goal कैसे बनाते हैं?
Goal लिखने के लिए हम SMARTER-2 Formula का इस्तेमाल करेंगे, इस Formula में आप जानेंगे कि आपको किस तरीका से अपने Goal को लिखने चाहिए, ताकि हम उसे आसानी से पा सके,
1. SPECIFIC & STRETCH2. Measurable & Mindful3. Achievable & Actionable4. Right & Realistic