अपना लक्ष्य कैसे बनाये | इन तरीको से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है

Intro – Apna Goal Kaise Banaye 2023 – हर इंसान के अपने जीवन में कुछ ना कुछ सपने होते हैं, हर इंसान की सोच अलग होने के कारण सपने भी अलग होते हैं, इंसान अपने सपने में कोई बिजनेसमैन बनना चाहता है तो कोई एक्टर, कोई छोटे सपने देखता है तो कोई बड़े, |

इंसान पूरी जिंदगी भर अपने सपनों के पीछे भागता रहते हैं, लेकिन इनमें से भी कुछ लोगों के सपने पूरे हो जाते हैं कुछ लोगों के अधूरे रह जाते हैं| सपने उन लोगों के पूरे नहीं होते जो अपने दिमाग में ख्याली पुल बनाकर सोचते रहते हैं, सपने उन्हीं लोगों के पूरे होते हैं जो देखते हैं और देखने के बाद में उनको पूरा करने में लग जाते हैं|

Apna Goal Kaise BanayeHow To make Your Goal in Hindi

apna goal kaise banaye

अगर आप अपने जीवन में Goal Setting करना सीख गए तो आप अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से जी सकते हो, अगर आप Goals नहीं लिखते हो तो आप कह सकते हो की अँधेरे में तीर चलाने जैसा है, जो किसी को पता नही है की वों कहा जाकर लगेगा |

जो आदमी अपने गोल को लिखता है उसके अंदर एक अलग से ही जज्बात होता है, उसके अंदर एक आग होती है, जो उसको Motivate करने के लिए बार-बार याद दिलाती रहती है, अगर आपको भी अपनी लाइफ में कुछ पाना है तो आपको भी अपने अंदर एक ऐसी ही आग जलानी पड़ेगी|

कभी आपने सोचा है कि क्या किसी भी सफल इंसान को सफलता आसानी से मिल जाती होगी, नहीं दोस्तों कोई भी इंसान अपने जीवन में सफल तब बनता है जब उसके सामने Vision या Goals होते हैं कि उसे कल क्या करना है |

मेरी इस पोस्ट में गोल सेटिंग के बारे में बताने का मकसद यही है कि आप अपने Goals को पहचाने, आप भी सफल इंसान बने, आपकी भी लाइफ में चेंजज आए, आपके भी सपने पूरे हो, आपको को भी खुशियां मिले |

Goal Setting के बारे में पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको कोई भी डाउट ना रहे |

Goal लिखने वाले लोगो में और गोल नहीं लिखने वाले लोगो में क्या फर्क है?

गोल लिखने वाले और गोल को नहीं लिखने वाले लोगों में क्या फर्क है, इसे हम एक रिसर्च पॉइंट से समझते हैं-
एक रिसर्च किया गया और उस रिसर्च में 50 लोगों की लाइफ पर ध्यान दिया गया, जिनमें से केबल 20 लोगों ने अपना गोल लिखा बाकी के 30 लोगों ने अपना गोल नही लिखा |

लेकिन कुछ दिनों के बाद पाया कि जिन लोगों ने अपना गोल नहीं लिखा, उन लोगों की जिंदगी में कुछ खास सफलता नहीं दिखी, उन लोगों ने अपनी जिंदगी के साथ समझौता कर लिया, लेकिन जिन लोगों ने अपने गोल को लिखा उन लोगों की जिंदगी में कुछ अलग ही हुआ, वे अपनी जिंदगी के हर रास्ते पर सफल होते चले गए |

जीवन में वही लोग Goal सेट करना चाहते हैं जो 9 से 5 वाली जॉब नहीं करना चाहते, वों फाइनेंशियल फ्रीडम चाहते हैं, वे अपने जीवन में हर तरह की खुशियां हासिल करना चाहते हैं जो उन्हें 9 से 5 वाली जॉब नहीं देती |

यकीन मानिए अगर आप भी कुछ अलग करना चाहते हैं तो गोल सेट कीजिए और और उसे ध्यान में रखकर दिनचर्या और काम कीजिए तभी आप जिंदगी में सफल हो पाएंगे |

Goal क्या है? Goal Kya Hai in Hindi

अपने जीवन में कुछ पाने के लिए पूर्व निर्धारित कार्य (Goal) पर निश्चित समय में सफलता हासिल करना Goal कहलाता है |
अगर इसे आसान शब्दों में समझे तो मनुष्य अपने जीवन में जो कुछ भी पाना चाहता है, उन्हें अपनी डायरी या कागज में लिखकर उनको निर्धारित किए गए समय में हासिल करना ही गोल कहलाता है|

Goal क्यों जरुरी है?

गोल सेटिंग इसलिए जरूरी है क्योंकि आप जिन चीजों को पाने में सालो साल लगा देते है, उन्हें लक्ष्य निर्धारित करने के बाद आप कुछ ही समय पा सकते हैं |

हमारे को Goal लिखने का सबसे पहला कारण है कि हमें अपने जीवन में क्या प्राप्त करना है और क्या नहीं, गोल लिखने से हम अपनी जिंदगी में सफलता को प्राप्त करता है| एक बात हमेशा याद रखना लक्ष्य को पाने की तो हर कोई सोच लेता है कि मैं जिंदगी में यह करूंगा, मै वों करूंगा |

लेकिन जब तक वह अपने लक्ष्य को लिख नही लेते, और उन्हें लिखने के बाद उनको सही समय पर सही सफलता का नियंत्रण अपने मन में नहीं बिठा लेते, तब तक वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते, इसीलिए गोल सीखना अनिवार्य है |

Apna Goal Kaise Banaye? How To Make Your Goal in Hindi

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Goal लिखने के लिए हम SMARTER-2 Formula का इस्तेमाल करेंगे, इस Formula में आप जानेंगे कि आपको किस तरीका से अपने Goal को लिखने चाहिए, ताकि हम उसे आसानी से पा सके, चलिए शुरू करते हैं-

Goal लिखने का फार्मूला

1. SPECIFIC & STRETCH

SPECIFIC

यहाँ SPECIFIC का मतलब है-आपको कितना चाहिये , आपने जो भी गोल बनाए हो उसमें यह जरूर क्लियर होना चाहिए की आपको कितना चाहिए, जैसे कि आपने गोल बनाया कि मुझे बहुत सारा पैसा कमाना है |

तो इसमें आपको यह क्लियर करना चाहिए कि कितना पैसा कमाना है जैसे की 10 लाख कमाना है, या 20 लाख,या फिर आप जो भी पाना चाहते है,उसको आपको Goals में भी जरूर लिखना है | जब तक आपका यह क्लियर नहीं है कि आपको कितना चाहिए तब तक आप Goals तो क्या आपको एक भी दुकानदार तक सामान नहीं देगा |

STRETCH

STRETCH का मतलब है- तनाव, आपका Goal ऐसा नहीं होना चाहिए जो आपको आसानी से प्राप्त हो जाए, आपका गोल वों होना चाहिए जिसको पाने के लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी |

अगर आप आसानी से प्राप्त होने वाले गोल्स को गोल मानते हो तो वों गोल नहीं है, क्योंकि जब तक आप ऐसे गोल नहीं बनाओगे जिसको पाने के लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़े तब तक आपकी पर्सनैलिटी निखकर की नहीं आएगी, और आप अपने जीवन में शायद ही कुछ बड़ा कर पाओगे |

2. Measurable & Mindful

Measurable

यहाँ MEASURABLE का मतलब है- अपने आप को मापना, जैसे कि मान लीजिए आप किसी दौड़ को जीतना चाहते हैं, और इस दौड़ को जीतने के लिए आपको 1km को पूरा करने में 7 मिनट की दौड़ चाहिए, और आप अभी के समय पर उस दौड़ को 10 मिनट में पूरा कर रहे हैं|

तो आपको अपनी दौड़ को तेज(बढ़ाने) करने की आवश्यकता होगी, जब तक आप अपनी दौड़ को 5 या 6 मिनट में पूरा करना कर ले | क्योंकि जव आप उस दौड़ को 5 या 6 मिनट में पूरा कर लेंगे तो आपके लिए यह दौड़ जीतना और भी आसान हो जाएगी |

यानी कि अगर आसान शब्दों में कहे तो पहले अपने आप को मापना फिर अपने लक्ष्य अनुसार उस को बढ़ावा देना, क्योंकि इसी के अनुसार ही आप अपनी Progress का पता लगा सकते हैं कि आप अपने Goal को प्राप्त कर सकते हैं या नहीं, | अगर नहीं पा सकते तो आपको उन कार्यों को करना है या खोजना है जिनसे आप अपने लक्ष्य तक पहुच सके|

Mindful

यहाँ Mindful का मतलब है- स्मरण करना, आप जो भी गोल बना रहे हैं तो उसमें आपको यह देखना है कि उस Goal को पाने के समय आप क्या खोने वाले हैं और क्या पाने वाले हैं |

बहुत सारे लोग अपने Goal को पाने के लिए दिन रात लगे रहते हैं, लेकिन जब वह अपने लक्ष्य पर पहुंच जाते हैं तो वह देखते हैं कि उस लक्ष्य को पाने की आहट में उनसे कई आवश्यक चीजे छूट गई, जिसको बाद में पछतावा करते हैं|

इसलिए आपको पहले से यह देखना होगा कि आपको किन किन आदतों को छोड़ना पड़ेगा, किन-किन आदतों को अपनाना पड़ेगा, कौन-कौन से जरूरी कार्य करने होंगे, कौन-कौन से कार्य नहीं करने होंगे, इन सभी कार्यों को भी गोल बनाते समय भी देखना जरूरी है |

3. Achievable & Actionable

Achievable

यहाँ Achievable का मतलब है – प्राप्त करने योग्य, आप जो भी गोल बना रहे हैं, उसमें आपको यह देखना होगा कि हमने जो गोल बनाये है वह प्राप्त हो सकते हैं या नहीं, ऐसा goal नहीं बनाने है जैसे कि आप आज के समय में 10 हजार रुपए महीना कमा रहे हैं, और अगले 2 महीने बाद 1 लाख रुपए महीने कमाने की बात करते है, यह पाना असंभव है |
अगर आप ऐसे Goals बनाते भी हो तो आपके पास इसको पाने के लिए कोई भी साधन, व्यापार, प्रोडक्ट या प्लान का होना आवश्यक है, तभी आप इस प्रकार के लक्ष्य को पा सकते हो |

Actionable

यहाँ Actionable का मतलब है- कदम उठाने योग्य, जो गोल हम बना रहा है तो उसमें यह भी देखना जरूरी है कि हम जिस Goals को निर्धारित समय मे पाना चाहते हैं हम उस Goals को पा सकते हैं या नहीं,

इसे हम एक उदाहरण समझते हैं- जैसे कि मान लीजिए आप 1 महीने में अपना 8 किलो वजन कम करना चाहते हैं, यह लक्ष्य आपका सही है क्योंकि यह हो सकता है, लेकिन अब मान लीजिए आप ऐसे कार्य कर रहे हैं जिसमे आपके पास समय कम रहता मिलता है या वजन करने से समंधित कार्यो को करने के लिए समय ही नहीं बचता, तो स्थिति में आप कैसे Achive कर पाओगे |

यह ऐसे गोल है जिनको हम प्राप्त तो कर सकते हैं लेकिन हम उन पर Action नहीं ले सकते, ऐसी स्थिती में आपके गोल्स में Achievable ओर Actionable दोनों ही स्थितियां लागू होनी चाहिए |

4. Right & Realistic

Right

आपका Goals ऐसा नहीं होना चाहिए जिसके कारण किसी को भी परेशानी का कारण बने, मान लीजिए आप पेड़-पौधों संबंधित व्यापार करते हैं, जिसमें आपको पेड़ काटने पड़ते हैं, ऐसी स्थिति में आप अपने लक्ष्य के प्रति कार्य तो कर रहे हो, लेकिन इसमे पर्यावरण का नुकसान कर रहे हो |

आपको लक्ष्य प्राप्त करने के चक्कर में अन्य लोगों को या पर्यावरण को कोई परेशानी हो, अगर आप ऐसे Goals बनाते हो तो आप अपने Goals को प्राप्त तो कर लेगे, लेकिन इसमे अन्य लोगों को नुकसान होगा, हमको ऐसे Goal नही बनाने चाहिये |

Realistic

यहाँ Realistic का मतलब है- वास्तविकता, जैसे कि मान लीजिए आप अभी के समय में एक अध्यापक हैं, और आप की आयु 35 बर्ष है, और आप विराट कोहली के जैसा क्रिकेटर बनना चाहते हैं तो क्या यह पॉसिबल है, नही दोस्तों विराट कोहली के जैसा बनने के लिए आप को उसकी तरह क्रिकेट खेलना आना चाहिए |

अगर आप खेलना नहीं जानते हैं और आप अभी से शुरुआत भी करे तो जब तक उसके जैसा खेलना सीखेंगे जब तक आपकी उम्र बहुत ज्यादा हो जाएगी तब तक आपके शरीर के अंदर इतनी एनर्जी नहीं बचेगी, इसलिए आपको ऐसे गोल्स बनाने हैं जो आपके एक्सपीरियंस से रिलेटेड हो, और उसको आप प्राप्त भी कर सके |

5. Time Bound & Tangible

Time Bound

यहां Time-Bound का मतलब है- गोल्स का समय निर्धारित करना, जब आप अपने गोल बना रहे हैं तो उसमें अपने कैलकुलेटिव समय को भी जरूर लिखें, कि कब तक आपको इस गोल को Achive करना है, कौन से समय पर इसे पाना है, उस गोल्स की फिक्स तारीख और समय जरुर लिखे |

Tangible

यहाँ Tangible का मतलब है- वास्तविकता में देखना, जब आप अपने गोल्स में टाइम निर्धारित करते हो कि मुझे इस समय पर अपनी गोल को पाना है, यह टाइम आपको हमेशा अपने गोल्स को याद दिलाता रहेगा, आपके माइंड में इसे पाने की छवि बार-बार आती रहेगी, आप उस पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर पाएंगे |

आप उस गोल्स के बारे में कल्पना कर पाएंगे, अगर आप ऐसे गोल्स बनाते हो जिनको बनाने के बाद आपके माइंड में कोई भी कल्पना नहीं आती तो समझ लिए वह गोल्स नहीं है, वह एक निर्णय है |

6. Enjoyable & Exciting

Enjoyable

यहाँ Enjoyable का मतलब है- अपने गोल्स को आनंद के साथ पूरा करना, आपके गोल्स को प्राप्त करने तक का रास्ता ऐसा होना चाहिए जिसमें आप मानो हर पल आनंद ले रहे हो, आपका उत्साह बढ़ रहा हो, अगर आपको उस गोल्स को पूरा करने में रात भर जागना ही पड़े तो भी आप आनंद पूर्वक लगे रहे |

Exciting

यहाँ Exciting का मतलब है- उत्साह बढ़ना, आपका Goal Enjoyable होने के साथ-साथ Exciting भी होना जरूरी है, जब आप गोल्स को पूरा करने में आनंद के साथ-साथ उत्साह भी बढ़ता है तो वह गोल बहुत ही जल्दी और अच्छे तरीके से आनंदपूर्वक पूरा हो जाता है|

7. Rewarding & Refreshing

जब आप गोल्स लिखे तो इस बात को जरूर ध्यान दे कि जब Goals पूरा होगा तो उसके बाद में आप कैसा महसूस करेंगे, आपका गोल्स पूरा होने के बाद आपको और भी क्या-क्या Reward मिलेंगे |

जैसे कि मिल्खा सिंह जब सबसे तेज धावक बने तो उन्हें Reward के रूप में उन्हें फ्लाइंग सिख की उपाधि मिली, उसका नाम रोशन होने के साथ-साथ उसके घरवालों का भी नाम रोशन हुआ, और उसके घर वालों को भी उस पर गर्व हुआ, उनके उप्पर फिल्मे बनने लगी और भी बहुत कुछ |

जब आप ऐसा करते हो तो आप अपने आपको Refresh करते है जिससे और भी ज्यादा कार्य करने की प्रेरणा मिलती है |

अगर आप अपने गोल्स बना रहे हैं, और अपने गोल्स में उप्पर दिए गये सारे पॉइंट्स Include हैं तो आप समझ लीजिए कि आप सही गोल्स सेट कर रहे हैं, आपके ये Goals आपके दिल से बना रहे हैं |
जब भी आप अपने गोल्स बनाए तो आप इस पोस्ट में दिए गए सारे पॉइंट्स को जरूर Include करें ताकि आपका गोल अच्छा बने |

Apne Goal Ko Kaise Achive Kare? अपने लक्ष्य को प्राप्त कैसे करे

अपने Goals को Achive करने के लिए आपको अपनी दिनचर्या और टाइम में सुधार करके सही तरीके से उपयोग करना होगा, कि आपको कब क्या कौन से कार्य करने हैं | आपको अपनी दिनचर्या को सही करने के लिए To-Do लिस्ट बनानी होगी और टाइम का सही तरीके से उपयोग करने के लिए आपको Time Management को समझना होगा, तभी जाकर आप अपने Goals को प्राप्त कर पाएंगे |

अगर आप Time Management और To-Do List के बारे में डिटेल में जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके हमारी दूसरी पोस्ट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं|

यह भी पढ़े-

  1. सफल होने के लिए अपना टाइम मैनेजमेंट कैसे करे?
    नौकरी से अमीर कैसे बने?

Conclusion – Apna Goal Kaise Banaye

दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना की Apna Goal Kaise Banaye और Goal कैसे प्राप्त करते है, अगर आप Goals बनाते समय इस पोस्ट में दिए गये पॉइंट को भी Include करते है तो आप अच्छे Goals बना पाएंगे |

मै आशा करता हु की इस पोस्ट में दि गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी, अगर आपके पास हमारे लिए कोई प्रश्न है तो कमेंट में जरुर लिखे, हम उस प्रश्न का जबाब देने की पूरी कोशिश करेंगे, ऐसी ही हेल्पफुल जानकारी के लिए Rajasthani Bhaiya साईट पर जरुर आये और इस पोस्ट को Share जरुर करे ताकि और लोगो को भी Goal बनाने से समंधित जानकारी मिल सके |

धन्यवाद!

FAQ

Goal क्या है?

अपने जीवन में कुछ पाने के लिए पूर्व निर्धारित कार्य (Goal) पर निश्चित समय में सफलता हासिल करना Goal कहलाता है |

Goal क्यों जरुरी है?

गोल सेटिंग इसलिए जरूरी है क्योंकि आप जिन चीजों को पाने में सालो साल लगा देते है, उन्हें लक्ष्य निर्धारित करने के बाद आप कुछ ही समय पा सकते हैं |

 

2 thoughts on “अपना लक्ष्य कैसे बनाये | इन तरीको से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है”

  1. Assons jarewal (AJ)

    when i was read this about how set our goal. i learn a lot of things by this blog
    and one thing which i observed in this that many such misteks what i found in it you should improve it, which is..यहाँ Exciting का मतलब है- उत्साह बढ़ना, आपका ( गूगल )Enjoyable होने के साथ-साथ Exciting भी होना जरूरी है,
    after write your conntant you should re-read very carefully.
    thank you adarsh God bless you brother.

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